गोरखपुर के खोराबार ब्लाक के प्रमुख शैलेश यादव के चचेरे भाई व प्रापर्टी डीलर बलराम यादव की लाश रामनगर कडज़हां गांव के चंद्रिका कालोनी में रहने वाली नर्स के घर के गेट पर मिली है। सिर में गोली लगने से उनकी मौत हुई है। वारदात के बाद से ही नर्स और उसकी मां फरार हैं। घर में सिर्फ चार वर्ष का बच्चा मौजूद था। बच्चे के बयान के आधार पर पुलिस ने बलराम के खुदकशी करने का दावा किया है। हालांकि घटना को लेकर इलाके में कई तरह की चर्चा सरगर्म है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह एक तरफा प्रेम प्रसंग का मामला है।
सिर में लगी गोली
रामनगर कडज़हां गांव के पास चंद्रिका कालोनी के बाहरी हिस्से में घर बनवाकर रहने वाली आकृति दुबे और उसकी मां, पेशे से नर्स हैं। बलराम यादव (25), खोराबार के ही मदरहवां निवासी राजेंद्र यादव के पुत्र हैं। परिजनों के मुताबिक देर शाम वह घर से निकले थे। रात में नौ बजे के आसपास आकृति दुबे ने ही उन्हें फोन कर बलराम को गोली लगने की सूचना दी और बताया कि वह उसके घर के सामने गेट पर पड़े हैं। परिजन मौके पर तो नर्स के गेट के ठीक सामने बलराम की लाश मिली। उनके सिर में गोली लगी थी।
परिजनों के मुताबिक जिस समय वे मौके पर पहुंचे उस समय आकृति दुबे और उसकी मां घर में मौजूद थीं। दोनों घर का फर्श साफ करने में व्यस्त थीं। भीड़ बढऩे पर रहस्यमय ढंग से दोनों गायब हो गईं। छानबीन में नर्स के घर के बरामदे में कंडे पर मीट बनाए जाने का प्रमाण मिला है। हालांकि कंडे की राख और मीट का बर्तन साफ करने का प्रयास किया गया था। घर के अंदर भी कई जगह फर्श पर खून साफ किए जाने के संकेत मिले हैं। घर के अंदर एक कमरे में रखे फ्रीज में तीन केन बीयर मिली है
बंदूक लेकर भागी नर्स
नर्स के घर में मिले बच्चे ने बताया है कि दीदी, बंदूक लेकर भाग गई हैं। बच्चे के मुताबिक बलराम, रात में उनके घर आए थे। उन्होंने थोड़ा सा मीट भी खाया था। स्थानीय लोगों के मुताबिक बच्चा, नर्स आकृति दुबे का छोटा भाई है। उसने मां का नाम शालिनी बताया है।
शुरुआती छानबीन में घटना खुदकशी की प्रतीत हो रही है। एक तरफा प्यार में खुद को गोली मारे जाने की बात सामने आई है। जिस घर के सामने लाश मिली है, उसमें एक बच्चा मिला है। उसके बयान से भी खुदकशी की ही बात सामने आई है। - डा. सुनील गुप्त, एसएसपी