गोरखपुर, जेएनएन। EMG (इलेक्ट्रोमायोग्राफी) मशीन अभी तक देश के केवल चार AIIMS में है, अब Gorakhpur AIIMS के फिजियोलॉजी विभाग में भी लगेगी। इससे न्यूरो फिजियोलॉजी, सेंट्रल नवर्स सिस्टम, मेडिसिन, एंडोक्राइनोलॉजी, ईएनटी आदि विभाग के मरीजों को जांच की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक यह मशीन दिल्ली, पटना, जोधपुर व रायपुर एम्स में ही उपलब्ध है। मशीन लगाने की प्रकिया शुरू हो चुकी है।
इस रोग मरीजों को होगा फायदा.
AIIMS में वाह्य रोगी विभाग में वर्तमान में मेडिसिन, सर्जरी, गायनाकोलॉजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स, पीडियाट्रिक्स, नाक, कान गला, दंत रोग, हड्डी रोग, त्वचा रोग, मानसिक रोग, रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी के मरीज देखे जाते हैं। मेडिसिन विभाग में मांसपेशियों की क्षीणता के मरीज, मानसिक रोग विभाग में ब्रेन नवर्स सिस्टम की समस्या के मरीज, आंख रोग विभाग में नर्वस सिस्टम के कारण दृष्य क्षमता कम होने के रोगी, नाक, कान गला विभाग में श्रवण क्षमता में क्षीणता सहित अन्य प्रकार की समस्याओं के मरीज आते हैं।
कई प्रकार के रोगों में आता है काम
इन मरीजों की जांच में ईएमजी मशीन काफी उपयोगी होगी। यह मशीन मुख्य रूप से नर्वस सिस्टम से जुड़ी हर प्रकार की जांच करती है लेकिन इसका इस्तेमाल अन्य प्रकार के रोगों की जांच में भी किया जाता है। मुख्य रूप से यह मशीन न्यूरो फिजियोलॉजी, ब्रेन नर्वस सिस्टम, इवोक्ड पोटेंशियल, छोटे बच्चों में श्रवण क्षमता, दृष्य क्षमता के लिए विजुअल इवोक्ड पोटेंशियल, ऑप्टिक नव्र्स जांच, मधुमेह, नर्वस कंडक्शन आदि की जांच करती है।