सिर्फ तीन कागजातों पर ही किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) बनाने के लिए सरकार ने दिए हैं बैंकों को निर्देश, गांवों में जाकर लेना होगा केसीसी (KCC) के लिए आवेदन.
नई दिल्ली. देश के 14.5 करोड़ किसान परिवारों में से 7,02,93,075 किसानों ने किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) बनवा लिया है. आपको भी यदि साहूकारों के चंगुल से बचना है तो केसीसी (KCC) बनवा लीजिए. इसके नियम काफी आसान कर दिए गए हैं. अब अप्लाई करने के सिर्फ 15 दिन के अंदर बैंक को किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) जारी करना होगा. किसानों (Farmers) की सबसे ज्यादा मौत कर्ज के बोझ तले दबकर होती है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से संसद में एनएसएसओ के हवाले से पेश की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के हर किसान पर औसतन 12,130 रुपये का कर्ज साहूकारों का है.
सरकार चाहती है कि किसान साहूकारों से कर्ज न लेकर बैंकों से लें. ताकि उन पर साहूकारों के मोटे ब्याज का बड़ा बोझ न पड़े. इसलिए बैंकों को कहा गया है कि वे किसानों को केसीसी देने में कोई कोताही न बरतें. कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक केसीसी के लिए सिर्फ तीन डॉक्यूमेंट ही लिए जाएंगे. पहला यह कि जो व्यक्ति अप्लीकेशन दे रहा है वो किसान है या नहीं. इसके लिए बैंक उसके खेती के कागजात देखें और उसकी कॉपी लें. दूसरा निवास प्रमाण पत्र और तीसरा आवेदक का शपथ पत्र कि उसका किसी और बैंक में लोन तो बकाया नहीं है.
सरकार ने बैंकिंग एसोसिएशन से कहा है कि केसीसी आवेदन के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस न ली जाए. राज्य सरकारों और बैंकों को कहा गया है कि वो पंचायतों के सहयोग से गांवों में कैंप लगाकर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाएं. ताकि किसान संस्थागत ऋण प्रणाली के तहत कर्ज लें न कि साहूकारों से.
किस राज्य में कितने केसीसी धारक
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के मुताबिक सबसे ज्यादा 1,29,61,936 किसानों ने यूपी में केसीसी ले लिया है. महाराष्ट्र में 63,55,315, मध्य प्रदेश में 61,19,997, राजस्थान में 51,47,835, आंध्र प्रदेश में 49,98,351, तेलंगाना में 49,83,523 और हरियाणा में 20,82,623 किसानों ने केसीसी बनवा लिया है. यह आंकड़ा 30 सितंबर तक का है.
बिना गारंटी लोन की सीमा बढ़ी
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुताबिक केसीसी पर पहले बिना गारंटी के सिर्फ 1 लाख रुपये का लोन मिलता था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये कर दिया गया है. यही नहीं अब किसान क्रेडिट कार्ड सिर्फ खेती तक सीमित नहीं रहेगा. इसकी सुविधा पशुपालन और मछलीपालन के लिए भी उपलब्ध करवा दी है. अंतर यह है कि इन दोनों श्रेणियों में अधिकतम दो लाख रुपये तक का ही लोन लिया जा सकता है.