गोरखपुर। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन बुधवार को मुख्य अतिथि कमिश्नर जयंत नार्लीकर के हाथों आरपीएम ग्रीन सिटी में होगा। छह दिसंबर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में पूरे प्रदेश से 316 बाल विज्ञानी, 150 शिक्षक/ संचारक समेत वैज्ञानिक गणों के साथ 700 लोग शामिल होंगे।
प्रतियोगिता के बाद '27वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस' के लिए यूपी की टीम का चयन किया जाएगा। इस सम्मेलन में आकर्षण का केंद्र मोबाइल नक्षत्रशाला, साइंस वैन के साथ आकाश दर्शन के लिए लगाए जाने वाले टेलीस्कोप होंगे। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के नोडल अधिकारी सुरेश चंद्र शर्मा, क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारी महादेव पांडेय ने बताया कि बाल विज्ञान कांग्रेस की थीम 'विज्ञान, तकनीक, नवाचार और स्वास्थ्य है'। जिसमें उपविषयों पर बाल विज्ञानी अपने विचार प्रदर्शित करेंगे। सभी विद्यार्थियों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था आरपीएम स्कूल के प्रबंध निदेशक अजय शाही की ओर से की गई है। छह दिसंबर को समापन समारोह के मुख्य अतिथि डीएम के. विजयेंद्र पांडियन होंगे।
ख्यातिलब्ध वैज्ञानिकों की टीम करेगी मूल्यांकन
प्रतियोगिता के लिए हर जिले से सीनियर और जूनियर वर्ग में चार-चार प्रतिभागी अपने मॉडल विज्ञान कांग्रेस में लगाएंगे। मूल्यांकन के लिए 40 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति के अंदर गोरखपुर विश्वविद्यालय के साथ-साथ ख्यातिलब्ध विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा। बेहतर प्रोजेक्ट या मॉडल बनाने वाले 40 उत्कृष्ट बाल विज्ञानियों को केरल में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में यूपी की टीम से शामिल होने का मौका मिलेगा।
ये कार्यक्रम होंगे
4 दिसंबर- उद्घाटन समारोह, विज्ञान विषयों पर बाल विज्ञानी अपने-अपने प्रोजेक्ट प्रदर्शित करेंगे।
5 दिसंबर- शाम छह बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा, नगर विधायक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
6 दिसंबर - समापन समारोह और प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र का वितरण
अंधविश्वास को खत्म करेगा साइंस का चमत्कार
पूर्वांचल में अंधविश्वास को खत्म करने के लिए आयोजकों की ओर से साइंस के चमत्कार को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ-साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद की साइंस वैन में 32 उपकरण विज्ञान विद्यार्थियों का कौतूहल बढ़ाएंगे। दिन और रात में बच्चे निशुल्क आकाश दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए टेलीस्कोप लगाया जाएगा। बच्चे अपने अभिभावकों के साथ में इस सम्मेलन का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके लिए उन्हें कोई अलग से फीस नहीं चुकानी होगी।
प्रदेश के 316 बाल विज्ञानियों का आज शहर में उपस्थित