सारसों को रास आ रही सोहगीबरवां की आबोहवा

महराजगंज। सोहगीबरवां वन्य जीव प्रभाग सारसों को रास आ रहा है। प्रभाग के सात रेंज में सारसों की शीतकालीन गणना पूरी हो चुकी है। इससे पता चला है कि आने वाले दिनों में सारसों की संख्या में काफी इजाफा होगा। क्योंकि सोहगीबरवां वन्य जीव प्रभाग की आबोहवा सारसों के लिए बेहतर है। उनके प्रजनन एवं सुरक्षा के लिए यह क्षेत्र उपयुक्त है। गणना में शिवपुर रेंज में सारस नहीं मिले। वहीं मधवलियां में सबसे कम 29 सारस मिले हैं।
वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक शीतकालीन गणना वर्ष 2015-16 में 445 व वर्ष 2016-17 में 467 सारस जिले के वेटलैंड में पाए गए थे। वर्ष 2017 के शीतकालीन गणना में 456 सारस, वर्ष 2018 के शीतकालीन गणना में 441 सारस,वहीं सोहगी बरवा वन्य जीव प्रभाग में वर्ष 2019 में हुई शीतकालीन गणना में कुल 292 सारस देखे गए हैं। जिसमें पकड़ी रेंज में 16 नर, 16 मादा, तीन बच्चे, मधवलिया रेंज में 13 नर, 10 मादा, छह बच्चे, लक्ष्मीपुर में 39 नर, 34 मादा, 32 बच्चे, उत्तरी चौक रेंज में 17 नर, 16 मादा, 5 बच्चे, दक्षिणी चौक रेंज में 17 नर, 20 मादा, 6 बच्चे और निचलौल रेंज में 21 नर, 20 मादा और पांच बच्चे गणना में देखे गए हैं। वहीं शिवपुर रेंज में एक भी सारस गणना में नहीं आए हैं। सबसे कम मधवलिया रेंज में केवल 29 सारस देखे गए।
डीएफओ पुष्प कुमार ने बताया कि शीतकालीन सारस गणना में सात रेंज में अबतक 292 सारस होने की रिपोर्ट रेंज से प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि सोहगी वन्य जीव प्रभाग में सारस के लिए उपयुक्त है। सारसों की सुरक्षा संवर्धन के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।